राजस्थान के पूर्वी क्षेत्र में बारिश अब कहर बनकर बरस रही है। पिछले चौबीस घंटे में बारां सहित आस-पास के इलाकों में भारी बारिश के चलते कई रास्ते बंद हो गए हैं। बारिश में अलग-अलग जगह हुए हादसों में चार जनों की मौत हो गई है। इन इलाकों में अधिकांश नदियां पूरे उफान पर हैं।राज्य में सोमवार को अलवर, बारां, बीकानेर, चूरू, कोटा, जयपुर सहित कई जिलों में बारिश का दौर चला। सबसे अधिक बारिश बारां के शाहबाद व मांगरोल में सात इंच दर्ज की गई। राजधानी जयपुर में भी सोमवार को बारिश के बाद प्रमुख सड़कों पर पानी भर गया।
पूर्वी राजस्थान पर मानसून मेहरबान
मौसम केन्द्र के अनुसार कम दबाव का क्षेत्र उत्तर प्रदेश के ऊपर बनने से पूर्वी राजस्थान के जिलों में बारिश का दौर जारी है। इसके चलते 24 जून को पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की गतिविधियां में बढ़ोतरी होने की संभावना है। इस दौरान कोटा, भरतपुर व जयपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी/अतिभारी बारिश होने की संभावना है।
इसी प्रकार से पश्चिमी राज के बीकानेर संभाग के कुछ भागों में 25-27 जून के दौरान आंधी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में आगामी दिनों में बैक टू बैक सिस्टम बनने के कारण पूर्वी राजस्थान में पुनः 27 जून से भारी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है।
बारां में बारिश का कहर, कई रास्ते बंद
बारां जिले में लगातार हो रही मानसूनी बारिश से कई नदी-नाले उफान पर आ गए। इससे कई गांवों का संपर्क आपस में कट गया। पिछले 24 घंटों में सर्वाधिक बरसात शाहाबाद उपखंड में 193 मिमी, किशनगंज में 189 मिमी, मांगरोल में 185 मिमी, अटरू 142 मिमी, बारां 104, छबड़ा 91, छीपाबड़ौद 81 और अंता में 37 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश से मांगरोल में 70 साल पुरानी दीवार ढहने से एक बच्चे की मौत हो गई और एक घायल हो गया।
किशनगंज में गिरी बिजली
किशनगंज में वन विभाग के भवन पर बिजली गिरने से दीवार में छेद हो गया। इसी प्रकार शाहाबाद घाटी में पिंडासिल के पास भूस्खलन से हाइवे पर बड़ी-बड़ी चट्टानें आने से यातायात बाधित हो गया। भंवरगढ़ में कई मकानों में पांच फीट तक पानी भर गया। बाढ़ के पानी से थाना परिसर में चार फीट पानी भरने से सारा रिकार्ड भीग गया।
राजस्थान में मानसून ने किया बेहाल, बारां 7 इंच वर्षा, अति भारी बारिश का बड़ा अलर्ट
